नमाज़ हर मोमिन मुसलमान पर फर्ज है
🏁🔴🏁🔴🏁🔴🏁🔴🏁🔴
*🥀 नमाज़ हर मोमिन मुसलमान पर फर्ज है 🥀*
*✔️(पार्ट 22)*
✏️ (6) अगर किसी शख्स पर हदस है यानी वुज़ू या गुस्ल उस पर लाज़िम है और उसने हाथ धो कर पानी में हाथ डाला तो पानी मुस्तमिल नहीं होगा क्योंकि जितना हिस्सा धोया गया उस पर अब हदस ना रहा और जिस पर गुस्ल फर्ज़ नहीं सिर्फ़ बे-वुज़ू है तो अगर उसने कोहनियों तक हाथ धोये हैं तो पानी में बगल तक हाथ डाल सकता है क्योंकि अब उसके पूरे बाज़ू पर हदस बाक़ी ना रहा लेकिन जिस पर गुस्ल फर्ज़ है वो उतना ही हाथ डाले जितना धोया है क्योंकि उस के पूरे जिस्म पर हदस है।
(7) सो कर उठने के बाद हाथ धोने चाहिये। इस्तिन्जे से पहले भी और बाद में भी।
(8) कम से कम तीन तीन मर्तबा ऊपर नीचे, दायें बायें दाँतों पर मिस्वाक करें और हर बार मिस्वाक को धो ले। मिस्वाक ना बहुत सख्त हो ना बहुत नर्म मिस्वाक पीलू, ज़ैतून या नीम की कड़वी लकड़ी की होनी चाहिये।
किसी मेवे या खुशबूदार दरख्त की ना हो, मिस्वाक का साइज़ एक बालिश्त होना चाहिये, उससे ज़्यादा रखना सहीह नहीं है और मोटाई इतनी होनी चाहिये जितनी मोटी सब से छोटी वाली उंगली होती है।
जब मिस्वाक इस्तिमाल के क़ाबिल ना रहे तो उसे दफ़न कर देना चाहिये या किसी ऐसी जगह रख देना चाहिये जहाँ उसकी तौहीन ना हो क्योंकि वो एक ऐसा आला है जिस से सुन्नत अदा की जाती है और नापाक जगह पर ना फेंकें क्योंकि पाक चीज़ को नापाक में मिलाना सहीह नहीं है, इसलिये इस्तिन्जे खाने में भी थूकने से मना किया गया है क्योंकि वहाँ नजासत है और थूक पाक है।
*जारी है.......*
👑👑👑👑👑👑👑👑👑👑
*🏁 मसलके आला हजरत 🔴*
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें