नमाज़ हर मोमिन मुसलमान पर फर्ज है

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*🥀 नमाज़ हर मोमिन मुसलमान पर फर्ज है 🥀*



*✔️ पार्ट 64*

✏️ रमज़ान की रात में अगर जुनूब हुआ तो बेहतर यही है कि फज्र से पहले नहा ले ताकि रोज़े का हर हिस्सा जनाबत (नापाकी) से खाली हो।

अगर पहले ना नहा सका और दिन निकल आया और नमाज़ क़ज़ा हो गयी तो इस से रोज़े पर फर्क़ नहीं पड़ेगा।
ऐसा करना रमज़ान के इलावा भी गुनाह है और रमज़ान में और ज़्यादा गुनाह है।

अगर फज्र से पहले ना नहा सके तो गरगरा कर ले और नाक में पानी डाल ले, ये दो काम फज्र से पहले कर ले फिर बाद में गुस्ल कर ले क्योंकि रोज़े की हालत में ये दोनों सही से नहीं होंगे और गरगरा करते वक़्त पानी अन्दर जा सकता है।

जिस पर गुस्ल फर्ज़ हो उस का मस्जिद में जाना,
क़ुरआन शरीफ़ को छूना,
या बिना छुये देख कर या ज़ुबानी पढ़ना,
या आयात का लिखना,
या तवाफ़ करना,
या किसी ऐसी तावीज़ को छूना जिस में आयत लिखी हो,
या ऐसी अँगूठी छूना या पहनना, ये सब हराम है।

*जारी है........*



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*🏁 मसलके आला हजरत 🔴*

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